शाहरुख खान के साथ ‘दिल वाले दुल्हनियां’ से बॉलीवुड में डेब्यू करने वाली मंदिरा बेदी अपने अलग स्टाइल के लिए पहचाने जाती हैं। मंदिरा ने बॉलीवुड के अलावा कई टीवी सीरियल्स जैसे, ‘शांती’, ‘क्योंकि सास भी कही बहू थी’ ‘जस्सी जैसी कोई नहीं’ में भी काम किया है। इसके अलावा उन्होंने बतौर स्पोर्ट्स कमेंटेटर भी लंबे समय तक काम किया है। अपने अब तक के करियर में मंदिरा ने खूब नाम कमाया और एक अलग पहचान बनाई। लेकिन यहां तक आने के लिए उन्हें अपनी निजी जिंदगी में काफी मुश्किलों के सामना करना पड़ा।
हाल ही में हिन्दुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में मंदिरा ने अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों लाइफ के बारे में बात की है। जब वो 20 साल की थीं तब उन्होंने एंटरटेंमेंट की दुनिया में कदम रखा था। 30 की उम्र में मुझमें असुरक्षा की भावना थी। लेकिन अब 40 पार की उम्र में मुझे अब तक का सबसे अच्छा महसूस हो रहा है। मैं खुद से प्यार करती हूं।
मंदिरा ने बताया, शुरुआती दिनों में मेरे अंदर एक डर था कि मेरा करियर कभी भी खत्म हो सकता है। बाकी के एक्टर्स मुझसे कहीं ज्यादा मेहनत कर रहे थे। मुझे सबसे ज्याद डर उस वक्त लगा जब 2010 में मेरी जगह किसी और स्पोर्ट्स एंकर को जगह दे दी गई। लोग मुझसे पूछते थे कि तुमने क्रिकेट कमेंटटर की जॉब क्यों छोड़ दी। मुझे ये अपनाने में काफी वक्त लगा की मैंने जॉब नहीं छोड़ी बल्कि मुझे चेंज कर दिया गया।